मूलांक 9
मंगल मूलांक 9 का स्वामी ग्रह हैं। ऐसे में यदि आपका जन्म 9, 18, 27 तारीख में हुआ है तो आपका मूल्यांक 9 होगा। आपके जन्म दिनांक, मास और वर्ष का जोड़ मूल्यांक कहलाता है। आपके पूरे नाम के जोड़ को भी मूलांक ही कहेंगे जो की उतना ही कारगर है जितना आपकी तारीख का। मूलांक 9 के जातकों के लिए मूलांक 33 और 6 मित्र अंक तथा 1 और 7 शत्रु अंक होते हैं। इस प्रकार मूलांक 9 वालों के लिए मार्च, जून सितम्बर और दिसम्बर का महिना बेहद शुभकारी माना जाता है। वहीं सप्ताह के मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार का दिनअच्छा माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार वर्ष के उपरोक्त महीने की सम्बन्धित तारीख, दिन एक समय में होते हैं और उस दौरान किसी कार्य की शुरुआत की जाए तो वह आपके लिए बेहद लाभकारी साबित होती है।
मूलांक 9 के जातक रोजगार व्यवसाय में एकाधिकार की प्रवृत्ति वाले होते है। इस अंक के जातक पुलिस, प्रतिरक्षा, साहसिक एवं जोखिमपूर्ण कार्य में रहा करते हैं तथा मेहनत करने पर इन्हीं क्षेत्रों में सफलता भी मिलती है। इन्हें अपने जीवन में शारीरिक दुर्घटनाओं के भय से चोट, घाव, शस्त्राघात होता रहता है। कई बार अग्नि से प्रभावित होते पाए जाते हैं और कभी-कभी आग के प्रभाव से दुखी भी होते हैं। इनके अन्दर साहस अधिक होने से, यह अपने कार्यों को अदम्य साहस से करते हुयह, कठिनाईयों को आसानी से पार कर लेते हैं। इनके स्वभाव में तेजी रहती है तथा फुर्ती एवं जल्दबाजी से कार्य करते हैं । यह हमेशा यही कोशिश करते है कि यह जो भी कार्य हाथ में लें वह शीघ्र पूरा कर दें। स्वभाव में साहसीपन होने से यह दुःसाहस के कार्यों से खुद को दूर रखना बेहतर महसूस समझते हैं।
यह अनुशासन प्रिय रहते हैं, एवं दूसरों से अनुशासन रखने की अपेक्षा करते हैं। खुशामद एवं चापलूसी से प्रभावित होकर कभी-कभी नुकसान भी उठाते हैं। इनके लिए चालक व्यक्तियों से दूर रहना बेहद अच्छा होगा क्योंकि उनके साथ यदि संबंध रखेंगे तो हमेशा नुकसान उठाएंगे। मंगल ग्रह के प्रभाव से क्रोध की मात्रा भी अधिक रहेगी। इससे विरोधी उत्पन्न होंगे। शत्रुओं की संख्या कम रहेगी एवं शत्रुओं को दमन करने का बल हमेशा बना रहेगा। इस मूलांक के जातक को विशेष सावधान रहने की आवश्यकता होती है, यह घर में या घर से बाहर कहीं भी झगड़े झंझट, उलझन आदि में फस जाते हैं। क्योंकि 9 मूलांक के जातक शीघ्र क्रोधित हो जाते हैं, तथा झगड़ा करने में सबसे आगे आ जाते हैं। यह किसी भी बात को सहन नहीं कर पाते अपनी आलोचना सुनकर आग-बबूला हो जाते हैं। यह उच्चकोटि के कार्य प्रबन्धक होते हैं तथा अपने प्रेमी के लिए कुछ भी न्योछावर कर देते हैं। इस प्रकार के व्यक्ति को स्त्री जाति मूर्ख बना सकती है, क्योंकि यह प्रेम के अधिक इच्छुक होते हैं।
इस अंक के जातक भाग्यशाली होते हैं। इस अंक वाले धैर्यवान होते हैं, तथा यह स्वतंत्र रूप से जीवन यापन करना एवं अपने कार्यों को खुद से करना पसंद करते हैं। इनके जीवन का प्रारम्भिक काल कुछ कठिनाईयों से भरा होता है परन्तु अन्त में यह जातक अपनी सहिष्णुता आत्मविश्वास तथा दृढ़ इच्छा शक्ति के द्वारा, मुसीबतों पर विजय प्राप्त करते हैं। मूलांक 9 के जातकों के लिए गुलाबी, गहरा लाल, सफेद, तथा पीला रंग अनुकूल एवं लाभकारी होते है। इनके लिए रुबी, गारनेट, मूँगा, माणिक रत्न धारण करना बेहद अच्छा एवं भाग्यवृद्धि कारक होते हैं। इनके लिए पूर्व, उत्तरपूर्व एवं उत्तर पश्चिम दिशा बेहतर होती है। 9 अंक से प्रभावित जातक को खसरा, चेचक, बुखार की बीमारी की आशंका रहती है इनके लिए मांसाहार, गरिष्ठ भोजन अधिक मसाला एवं मद्यपान अति हानिकारक है।
प्याज, लहसन, मूँगफली, चिरायता, मजीठ, अदरख, पीदर, आलू, अमरबेल आदि का सेवन लाभप्रद होता है। जैसी परिस्थिति होती है अपने आपको उसके अनुरूप ढाल देना इनके जीवन का रहस्य है। इनके जीवन का सबसे बड़ा गुण है। नेतृत्व करने की जन्मजात प्रवृत्ति होती है, और उर्बर मस्तिष्क तथा अधिक परिश्रम करना इनके जीवन का विकास है। मूलांक 9 का स्वामी मंगल एवं देवता हनुमान हैं। इनके लिए शुभ धातु ताम्र होती है। मूलांक 9 पुर्नजन्म, अध्यात्म, इंद्रियों के विस्तार, पूर्वाभास, विकास व समुद्री यात्राओं का प्रतीक है। यह स्वप्न, अघटित घटना, दूरस्थ ध्वनियों को सुनने का भी प्रतीक है।
यह पुनर्रचना, कामयता, कंपन, लय, तरंग, बहिर्गमन, प्रकाशन, धनुर्विद्या, भविष्यकथन, रहस्योद्घाटन, विचार तरंगों, दिव्य दर्शन, प्रेतात्मा, धुंध, बादल, दुर्बोधता, निर्वासन तथा रहस्य का भी द्योतक है। 9 का अंक तीव्रता, संघर्ष, ऊर्जा, साहस, विभक्तिकरण, रोष व उत्सुकता का प्रतीक है। यह लोग किसी से हार न सकने वाले शूरवीर, साहसी होते हैं और स्वभाव अच्छा होता है। यह लोग प्रभावी व्यक्तित्व के होते हैं तथा अच्छे खासे सुंदर होते हैं, रंग गुलाबी होता है, तथा आंखे तेजस्वी होती हैं, यह लोग शारीरिक रूप से भले पहलवान न बनें, परन्तु उनका स्वास्थ्य अच्छा होता है।
मित्र राशि (Favorable Sign) – मेष , सिंह , धनु और वृश्चिक
शुभ अक्षर (Favorable Alphabets) – क वर्ग (पूरा)
शुभ दिशा (Supportive Direction) – पूर्व और दक्षिण
इष्ट देव (Ruling Deity) – श्री हनुमान और मंगल देव
व्रत दान (Fast-Donation) – मंगलवार को व्रत और लाल वस्त्र, गुड दान करें
शुभ रुद्राक्ष धन योग के लिए – Paid Consultation
यंत्र कवच लोकप्रियता और यश के लिए – Paid Consultation